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सिटीजन रिपोर्टर
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घटना औरंगाबाद जिले के महेश एकेडमी परीक्षा केंद्र की है। बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा शुरू होने से पहले एक गर्भवती परीक्षार्थी को प्रसव पीड़ा हुई और फिर एक निजी क्लीनिक में उसने एक सुंदर बच्ची को जन्म दिया। बच्ची का नाम सरस्वती रखा गया है।
बालिका शिशु के जन्म लेते ही सभी परिजन खुशी से झूम उठे और उन्होने आपस में मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया।
प्रसव के बाद परिजनों ने परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षक से मानवीय आधार पर परीक्षार्थी को परीक्षा लेखक उपलब्ध कराकर परीक्षा दिलाने का आग्रह किया लेकिन इस मामले में परीक्षा समिति का कोई स्पष्ट निर्देश नही होने के कारण ऐसा नही हो सका।
अब परीक्षार्थी बाद में पूरक परीक्षा में शामिल होगी। परीक्षार्थी मालती कुमारी देव प्रखंड के बसडीहा निवासी अनुग्रह राम की पुत्री है। वह अपने पति नवनेर निवासी राजेश कुमार के साथ मायके से द्वितीय पाली में गृह विज्ञान की परीक्षा देने आई थी, जहां प्रसव वेदना के बाद उसने कन्या शिशु को जन्म दिया।
परीक्षार्थी मालती की यह पहली संतान है। डिलीवरी डेट बाद में होने के कारण उसने परीक्षा में शामिल होने का निर्णय लिया था। लेकिन समय पूर्व प्रसव पीड़ा के कारण वो परीक्षा में शामिल नहीं हो पायीं। जितना मलाल उन्हें परीक्षा में शामिल होने का नहीं है उससे ज्यादा खुशी बेटी के आगमन पर है।
बिहार बोर्ड में ऐसी परिस्थिति के लिए कोई स्पष्ट नियम नहीं है हालांकि जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इसपर विभाग से मार्गदर्शन लेने की बात कही है। फिलहाल अब मालती पूरक परीक्षा या अगले वर्ष वार्षिक परीक्षा के जरिए अपना इंटरमीडिएट पूरा कर सकतीं हैं।
Disclaimer: यह ख़बर सिटीजन रिपोर्टर Rahul Raaz के द्वारा पोस्ट किया गया है। Aurangabad Now इस ख़बर की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।