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औरंगाबाद जिले के सभी पंचायत कार्यपालक सहायकों और डेटा इंट्री ऑपरेटरों ने जिला पंचायतराज पदाधिकारी को पत्र लिखकर प्रशिक्षण की मांग की है।
बता दें कि पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा eGramSwaraj Application विकसित किया गया है जिसमें देश के प्रत्येक ग्राम पंचायतों को एक यूनिक कोड जारी किया गया है। केंद्रीय वित्त आयोग द्वारा प्राप्त अनुदान की राशि की निकासी/व्यय और त्रि-स्तरीय पंचायतों के लेखाओं का संधारण भी अब इसी Application के द्वारा किया जाना तय किया गया है।
इस तरह के जटिल डेटा इंट्री का काम अब पंचायत कार्यपालक सहायकों और डेटा इंट्री ऑपरेटरों के कंधे पर ही आ पड़ा है जिसके लिए प्रशिक्षण की अत्यंत आवश्यकता है। आपको बता दें कि इस काम के लिए जिला स्तरीय प्रोग्रामर और BAF (Block Account Facilitator) को eGramSwaraj Application का प्रशिक्षण पहले ही राज्य पंचायत संसाधन केंद्र, पटना के द्वारा दिया जा चुका है। लेकिन अब तक जिले के पंचायत कार्यपालक सहायकों और डेटा इंट्री ऑपरेटरों को इसका प्रशिक्षण नहीं दिया गया है जिसके कारण ससमय और सुगमता से कार्य निष्पादन में परेशानी आ रही है।
Image: जिला पंचायत राज पदाधिकारी को भेजी गई पत्र की कॉपी
इन सभी मुद्दों को ध्यान में रखते हुए जिला पंचायती राज पदाधिकारी से जिले के सभी पंचायत कार्यपालक सहायकों और डेटा इंट्री ऑपरेटर्स ने जल्द से जल्द प्रशिक्षण की मांग की है।
देश भर में पंचायती राज संस्थाओं (पी आर आई) में ई-शासन को मजबूत करने के लिए पंचायती राज मंत्रालय(भारत सरकार) ने यूज़र की सुगमता को बेहतर करने के लिए एक वेब आधारित पोर्टल, ई ग्राम स्वराज शुरू किया है। ई ग्राम स्वराज का लक्ष्य विकेंद्रित प्लानिंग, प्रगति रिपोर्टिंग और कार्य-आधारित अकाउन्टिंग में बेहतर पारदर्शिता लाने का है।
Source: Aurangabad Now