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सिटीजन रिपोर्टर
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औरंगाबाद शहर में आजकल जाम की समस्या बढ़ती ही चली जा रही है। अनलॉक 4 के तहत आमजनों के आवागमन पर लगी पाबंदियों को हटा लिया गया था, उसके बाद से सड़कों पर भीड़ बढ़ी है। इस भीड़ की वजह शहर के सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर लंबी जाम देखने को मिल रहा है।
रामबान्ध बस स्टैंड (रामाबान्ध बस स्टैंड पटना और पलामू को जोड़ने वाली नैशनल हाइवे NH 139 के किनारे अवस्थित है) और ओवरब्रिज के पास आजकल हर दिन गाड़ियों का लंबा जाम देखने को मिल रहा है। NH 19 से आने वाली बड़ी गाड़ियाँ सुन्दरगंज, कुटुंबा, नवीनगर और झारखंड के पलामू जिले में जाने के लिए इसी NH 139 से गुजरती हैं जिससे यहां लंबा जाम लग जाता है।
इसके अलावा बारिश के बाद से बस स्टैंड में कीचड़ भर गया है जिसकी वजह से बसों को चालक सड़क के किनारे ही पार्क कर दे रहें हैं। फिलहाल ये सड़क टू-लेन की ही है और ओवरब्रिज से स्टैंड तक दोनों तरफ अवैध पार्किंग और अतिक्रमण की भी समस्या है। इससे सड़क पर चलने का स्थान कम हो जा रहा है और जाम की स्थित पैदा हो जा रही है।
इस जाम की वजह से लोगों का समय और गाड़ियों का ईंधन दोनों बर्बाद हो रहा है।
NH 139 236km लंबी एक Two-Lane वाली सड़क है जो बिहार की राजधानी पटना को अरवल, दाउदनगर, औरंगाबाद, कुटुंबा के रास्ते छतरपुर (झारखंड) से जोड़ती है। जिले के सांसद सुशील कुमार सिंह जी के प्रयास से इस हाइवे के चौड़ीकरण की हरी झंडी भी मिल गयी है लेकिन निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है।
जिले के माननीय सांसद श्री सुशील कुमार सिंह जी ने इस सड़क को फोरलेन में बदलने के लिए संसद में कई बार आवाज उठाया था लेकिन ट्रैफिक सर्वे में हुई गड़बड़ियों के कारण मंजूरी नहीं मिल पा रही थी।
इसी वर्ष 17 फरवरी को माननीय सांसद ने प्रेस को बताया था कि संसद में उनके दिए चैलेंज को राजमार्ग मंत्रालय ने सही माना है और इस सड़क को फोरलेन में बदलने की मांग को स्वीकार कर लिया गया है।
इस जाम की समस्या को दूर करने के लिए प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। कभी कभी कुछ पुलिसकर्मी ओवरब्रिज के नीचे ट्रैफिक मैनेज करते दिख जाते हैं लेकिन ये व्यवस्था भी स्थाई रूप से दिखाई नहीं पड़ती है।
औरंगाबाद सिटी का हृदय-स्थली कहे जाने वाला रमेश चौक भी इस जाम की समस्या से प्रभावित है। फिक्स्ड ऑटो स्टैंड ना होने की वजह से टेम्पू चालक इधर उधर गाड़ियों को लगाए रखते हैं जिससे जाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
इसके अलावा जिला कोर्ट, सदर अस्पताल, शहीद चौक, डाकघर, जिला पुस्तकालय, जामा मस्जिद, धर्मशाला मोड़ आदि जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है। सड़कों के किनारे लगे हुए अवैध दुकान और अतिक्रमण की वजह से लोगों का पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है।
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Source: Aurangabad Now