Sidebar Logo ×

जानलेवा हाइवे! कल ओबरा के बाद आज रिसियप में सड़क हादसा, नहीं थम रहा रफ्तार का कहर

आखिर NH 139 जैसी महत्वपूर्ण सड़क पर आये दिन क्यों हो रही है दुर्घटना, नीचे पढिये हमारा खास विश्लेषण

Aurangabad Now Desk

Aurangabad Now Desk

रिसियप, औरंगाबाद, Dec 21, 2021 (अपडेटेड Dec 22, 2021 1:11 AM बजे)

जिले की सड़कें सुरक्षित नहीं हैं। अगर इन्हें जानलेवा हाइवे भी कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। महज 2 दिनों में ही अबतक 4 सड़क दुर्घटनाओं की खबरें रिपोर्ट की गईं हैं। कल तड़के सुबह ओबरा में हुए सड़क दुर्घटना के बाद आज रिसियप से भी Road Accident की खबर आई जहां एक तेज रफ्तार कार ने सड़क पार करते हुए एक 50 वर्षीय बुजुर्ग को रौंद डाला।

क्या है मामला?

सुबह-सुबह शादी से लौट रही एक तेज रफ़्तार कार ने धान का बोझा लेकर सड़क पार हो रहे एक स्थानीय व्यक्ति को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि उस व्यक्ति ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

घटना औरंगाबाद जिले के रिसिअप थाना क्षेत्र के रिसिअप और सड़सा गाँव के बीच NH 139 की है। इस दुखद घटना में रिसिअप ग्राम निवासी अमोद साव (50 वर्ष) की मौत हो गई है। घटना के बाद ग्रामीण भारी संख्या में मौके पर पहुँचे और रोड को जाम कर दिया। रोड जाम होने के बाद सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई।

एक्सीडेंट के बाद भाग रहे कार को भी ग्रामीणों ने पीछा कर सतबहिनी मंदिर, अम्बा के पास पकड़ लिया और अम्बा थाना के हवाले कर दिया ।

घटना की सूचना के बाद पहुंचे रिसियप थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने का प्रयत्न किया किया लेकिन ग्रामीणों के नही मानने के बाद थानाध्यक्ष द्वारा इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी यो को दी गई।

कुटुंबा बीडीओ चंद्रभूषण गुप्ता, राजद नेता सुबोध कुमार सिंह घटना स्थल पर पहुँचे और ग्रामीणों को मुआवजा को लेकर भरोसा दिलाया और समझा -बुझाकर जाम खुलवाया। इस दौरान करीब दो घंटो तक सड़क जाम रहा। बीडीओ चंद्रभूषण गुप्ता ने बताया कि मृतक के आश्रित को मुआवजा के प्रावधान के हिसाब से 5 लाख का मुआवजा परिवहन विभाग के द्वारा दिया जाएगा।

इधर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले गई जहाँ से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि पीड़ित परिवार द्वारा प्राप्त आवेदन के आधार पर कार्यवाई की जाएगी ।

रिसियप में ऐसी घटना पहली बार नहीं घटी है। कुछ दिनों पहले भी सब्जी लेकर सड़क पार कर रहे एक व्यक्ति को रिसियप NH 139 पर ही तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी थी जिससे उनकी दुखद मृत्यु हो गयी थी।

कल ओबरा में हुए एक्सीडेंट में भी नहीं बच सकी पैक्स अध्यक्ष की जान

ओबरा थाना क्षेत्र के भरूब भट्टी के समीप क्रेटा और ट्रक की भिड़ंत में घायल हुए सत्येंद्र नारायण सिंह उर्फ मंत्रीजी को सदर अस्पताल से वाराणसी ट्रामा सेंटर में रेफर कर दिया गया था। शाम होते होते दुखद ख़बर आयी कि इलाज के दौरान उन्हें बचाया नहीं जा सका। उक्त हादसे में अब मृतकों की संख्या तीन से बढ़कर 4 हो गई है।

बता दें कि सोमवार की सुबह 6 बजे के आसपास सत्येंद्र सिंह अपने साले दीपक कुमार सिंह एवं स्कूल के शिक्षक डेविड जॉर्ज और गलेक्शन जॉर्ज के साथ क्रेटा गाड़ी से औरंगाबाद आ रहे थे। इसी दौरान भरूब भट्टी के समीप उनके क्रेटा गाड़ी की टक्कर सामने से आ रहे ट्रक से हो गई थी।

इस हादसे में मौके पर ही उनके साले और दोनों शिक्षकों की दर्दनाक मौत हो गई थी जबकि घायल अवस्था में सत्येंद्र सिंह को इलाज के लिए बनारस ट्रामा सेंटर ले जाया गया था। जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी और लगभग शाम के 6 बजे इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

स्व सिंह के असामयिक निधन के बाद शहर के व्यवसायियों, समाजसेवियों एवं राजनीतिज्ञों ने गहरा दुख व्यक्त किया है और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।

NH 139 पर क्यों नहीं थम रहा है मौतों का सिलसिला?

आखिर NH 139 पर आए दिन हो रहे एक्सीडेंट का सिलसिला क्यों नहीं थम रहा है? हमनें इस विषय पर औरंगाबाद नाउ के सह-संपादक और सिविल इंजीनियर श्री ईशान कृष्ण से बात की। उन्होंने इस मुद्दे पर NH 139 में कुछ टेक्निकल कमियों को उजागर किया जिसपर प्रशासन और NHAI को गंभीरता से विचार करना चाहिए।

  • NH 139 पर जितनी ट्रैफिक वॉल्यूम है उसके हिसाब से सड़कों को फोर लेन हो जाना चाहिए था।
  • कम रेडियस वाली तीखी मोड़ के पहले नहीं लगा है उचित स्पीड लिमिट वार्निंग साइन
  • IRC (Indian Road Congress) के गाइडलाइन्स के हिसाब से कम से कम 2.5m का सोल्डर देना चाहिए था जो कि NH 139 में अधिकांश जगहों पर नहीं दिखता। इस कारण सामने से ओवरटेक करके आ रहीं गाड़ियों में टक्कर हो जाती है।
  • रिसियप और सड़सा गाँव के बीच NH 139 पर बड़े बड़े पॉट होल (गड्ढे) हैं जिसकी वजह से छोटी गाड़ियां दुर्घटनाग्रस्त होती हैं।
  • NH 139 पर बिल्डिंग लाइन और कंट्रोल लाइन का ध्यान नहीं रखा गया है जिसकी वजह से कर्व पर मिनिमम SSD भी उपलब्ध नहीं है।
  • NH 139 पर ओवरटेक करने के लिए ओवरटेकिंग जोन का भी प्रावधान नहीं किया गया है।

इसके अलावा उन्होंने और भी अनेकों टेक्निकल खामियों पर से पर्दा उठाया जिसे दुरुस्त कर आये दिन होने वाले एक्सीडेंट में कमी किया जा सकता है।

Source: Aurangabad Now

औरंगाबाद, बिहार की सभी लेटेस्ट खबरों और विडियोज को देखने के लिए लाइक करिए हमारा फेसबुक पेज , आप हमें Google News पर भी फॉलो कर सकते हैं।
Subscribe Telegram Channel
Loading Comments