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सिटीजन रिपोर्टर
सर्च
औरंगाबाद के अति नक्सल प्रभावित टंडवा थाना क्षेत्र में एसएसबी और पुलिस के द्वारा चलाये जा रहे सर्च अभियान के दौरान शक्तिशाली आईडी बम बरामद किया गया। उक्त बम को वही पर स्पेशल टीम के द्वारा डिफ्यूज कर दिया गया। उक्त बम को पुलिस बलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से लगाया गया था जिसे मुस्तैद जवानों ने समय रहते ही बरामद करके नक्सलियों के मंसूबो को नाकाम कर दिया।
टंडवा थाना क्षेत्र के दोरना पहाड़ में यह आईईडी छिपाकर रखी गई थी जिसे नक्सली कहीं लगाने वाले थे। मदनपुर के जंगलों में नक्सलियों द्वारा आईईडी विस्फोट किए जाने के बाद अलर्ट पर रही एसएसबी की टीम ने शनिवार को सर्च ऑपरेशन चलाया था। इसमें टंडवा थाना की पुलिस भी शामिल रही।
दोरना पहाड़ में खोजी कुत्ते की मदद से अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान एक गुफा में छुपा कर रखी गई आईईडी को बरामद कर लिया गया। इसका वजन करीब तीन किलो बताया गया। मामले की सूचना अधिकारियों को दी गई।
गया से बम निरोधक दस्ता को बुलाकर जंगल में ही इसे डिफ्यूज किया गया। इस दौरान जोर का धमाका हुआ। सर्च अभियान के दौरान टंडवा थानाध्यक्ष रंजीत कुमार, एसएसबी काला पहाड़ के निरीक्षक दीपक कुमार देउपा सहित अन्य सुरक्षा बल शामिल थे। अधिकारियों ने बताया कि यदि यह बम फटता तो बहुत बड़ा नुकसान होता। बम निरोधक दस्ते ने इसे डिफ्यूज कर दिया है।
Image: बरामद शक्तिशाली आईईडी, तार व अन्य सामान
एसएसबी की टीम ने आईईडी बरामद करने के साथ ही यहां से तार और बैट्री भी बरामद की। बताया गया कि यह बम पूरी तरह तैयार हालत में था। केवल इसे प्लांट करने की देरी थी। तार को खींचकर दूरी पर ले जाया जाता और फिर उसे शॉर्ट कर बम को उड़ा दिया जाता।
बताया गया कि इसे प्लास्टिक से पूरी तरह ढंका गया था ताकि लंबे समय तक बम और बैट्री सहित तार को सुरक्षित रखा जा सके। बारिश में भी पानी का असर इस बैट्री, तार और आईईडी पर नहीं पड़ता। गनीमत रही कि इसकी भनक लग गई और इसे डिफ्यूज कर दिया गया। जंगल में जब इसे डिफ्यूज किया गया तो दूर तक इसकी आवाज सुनी गई।
खबर की पुष्टि करते हुए एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने स्पष्ट शब्दो में कहा हैं कि जो लोग समाज के मुख्य धारा से भटक गए हैं वे लोग मुख्य धारा में वापस लौट आये नही तो उन्हें काफी नुकसान होगा।
Source: Livehindustan