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सिटीजन रिपोर्टर
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औरंगाबाद जिले में शारदीय नवरात्र की महानवमी (गुरुवार) के पूरे दिन पूजा पंडालों में लोगों का तांता लगा रहा। दूसरी लहर के बाद यह पहली बार है जब लोग इतनी संख्या में घरों से बाहर निकले थे। औरंगाबाद शहर से सटे ग्रामीण क्षेत्रों तक में स्थापित पूजा पंडलों व देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहा। हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने मंदिरों में मां के नौवें स्वरूप देवी सिद्धिदात्री का विधि- विधान से पूजा अर्चना की।
कल दिनभर पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ देखने को मिली। श्रद्धालुओं के पंडालों में पहुंचने का सिलसिला जो सुबह से ही शुरू हुआ वो पूरे दिन व देर रात तक चलता रहा। महिला- पुरुष से लेकर बच्चों तक ने पंडालों में पहुंचकर आकर्षक ढंग से सजे पंडालों व प्रतिमाओं का दर्शन और पूजन किया।
बाईपास, जसोइया मोड़ महाराणा प्रताप चौक स्थित पूजा पंडाल, तेलिया पोखर स्थित पूजा पंडाल, बिजली ऑफिस पूजा पंडाल, सतेन्द्र नगर दुर्गा मंडप, क्लब रोड दुर्गा मंडप, श्रीकृष्ण नगर दुर्गा मंदिर, काली क्लब, धर्मशाला आदि जगहों पर माता की प्रतिमाएं स्थापित की गईं थीं। इन्हें बहुत ही आकर्षक और खूबसूरत रूप से सजाया गया था।
Image: माँ भारती क्लब, रमेश चौक, औरंगाबाद
Image: पंचदेव मंदिर, बाईपास, औरंगाबाद
Image: पंचदेव मंदिर, बाईपास, औरंगाबाद
Image: माँ अम्बे क्लब, जसोइया, औरंगाबाद
Image: माँ अम्बे क्लब, जसोइया, औरंगाबाद
Image: श्री माँ दुर्गा पूजा समिति, कर्मा रोड, औरंगाबाद
Image: श्री माँ दुर्गा पूजा समिति, कर्मा रोड, औरंगाबाद
Image: देवी पोखर (तेलिया पोखर), औरंगाबाद
Image: दुर्गा मंडप, सतेंद्र नगर, औरंगाबाद
Image: दुर्गा मण्डप, क्लब रोड, औरंगाबाद
Image: दुर्गा मण्डप, क्लब रोड औरंगाबाद
Image: देवी मंदिर, श्रीकृष्ण नगर (अहरी), औरंगाबाद
Image: माँ कालिका कीर्तन संघ, औरंगाबाद
Image: माँ कालिका कीर्तन संघ, औरंगाबाद
Image: धर्मशाला, औरंगाबाद
पूजा पंडालों में उमड़ी भीड़ से पूरे दिन मेले जैसा नजारा बना रहा। नवमी की रात्रि में श्रद्धालुओं से पूरा शहर पटा रहा। कर्मा रोड और रमेश चौक से जसोइया जाने वाली मुख्य सड़क पर घंटों तक जाम जैसी स्थिति रही। वहीं सभी पूजा पंडालो के अलावा रमेश चौक और मुख्य सड़कों पर भी पुलिस की तैनाती रही। रमेश चौक से बाजार तरफ जाने वाली सड़कों पर 4 व्हीलर वाहनों के परिचालन पर रोक लगायी गयी थी ताकि पैदल घूमने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो और भीड़ पर कंट्रोल किया जा सके।
Source: Aurangabad Now