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सिटीजन रिपोर्टर
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आपने OTT प्लेटफार्म पर फेमस वेबसीरीज मिर्जापुर का नाम जरूर सुना होगा। इसमें एक कालीन भैया होते हैं जो अवैध हथियारों की फैक्ट्री चलाते हैं। ओबरा प्रखंड के नोआव गाँव में भी एक ऐसी ही मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। बता दें कि गुप्त सूचना के आधार पर जिला पुलिस ने छापेमारी करते हुए बड़ी संख्या में हथियार और कारतूस बरामद किये हैं साथ ही साथ मौके पर एक कालीन भैया (रोशन विश्वकर्मा) की गिरफ्तारी भी की गई है।
Image: बरामद हथियार के जखीरों के साथ पुलिस कप्तान और अन्य
बता दें कि, मंगलवार की सुबह पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान औरंगाबाद एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी को अंजाम दिया गया। इस कार्रवाई में 3 थ्रीनट बंदूक, एक देसी कट्टा, एक अर्धनिर्मित देसी कट्टा, एक 12 बोर का अर्धनिर्मित देसी पुराना कट्टा, 35 की संख्या में लोहे से बना अर्धनिर्मित बंदूक का बैरल भी बरामद किया गया है।
जहां छापेमारी के दौरान 8 एमएम के दो जिंदा कारतूस, 12 बोर की एक कारतूस,7 खाली खोखा, 35 की संख्या में हथियार बनाने में प्रयुक्त होने वाला लोहे का स्प्रिंग, लोहे का एक ट्रिगर, यू आकार का 5 ट्रिगर गार्ड और साथ में हथियार बनाने में उपयोग होने वाला 2फ्रेम, 3 इजेक्टर, ग्रेंडर मशीन सहित अन्य सामान भी बरामद किए गए हैं।
एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान रोशन विश्वकर्मा ने बताया कि वह कई साल से हथियार बनाने का काम कर रहा था। वह वर्ष 2012 में जेल भी जा चुका था। इस कार्रवाई में ओबरा थाना अध्यक्ष पंकज कुमार सैनी, गोह थानाध्यक्ष शमीम अहमद, जिला सूचना इकाई के प्रभारी गुफरान अली, प्रणव कुमार, धामू कुमार गुप्ता ,विनय कुमार आदि शामिल थे।
Source: फर्स्ट बिहार