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सिटीजन रिपोर्टर
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दिनांक 28 अक्टूबर 2021 को कृषि विज्ञान केन्द्र, सिरिस, औरंगाबाद में बायोटेक किसान हब परियोजना के अन्तर्गत कृषि वैज्ञानिक मिलन समारोह का आयोजन किया गया। केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ नित्यानद, जिला कृषि पदाधिकारी, औरंगाबाद, परियोजना निदेशक आत्मा, औरंगाबाद एवं केन्द्र के अन्य वैज्ञानिको ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
Image: कार्यक्रम में सम्मिलित अतिथिगण एवं किसान
कृषक वैज्ञानिक मिलन समारोह कार्यक्रम के दौरान वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ नित्यानंद ने सबसे पहले केन्द्र में आए हुए सभी अतिथि, किसानों और महिला किसानों का स्वागत एवं अभिनंदन किया तथा बायोटेक किसान हब परियोजना के मुख्य उद्देश्यों की जानकारी दी। उन्होंने खेती के दौरान आने वाली समस्याओं व उसके निदान के बारे में भी जानकारी दी साथ ही कई बिन्दुओं पर खेती के कार्य में आने वाली समस्याओं जैसे रबी फसल की बुआई का सही समय, खरपतवार नियंत्रण, किट एवं पौध रोग नियंत्रण के समाधान के बारे में किसानों को बताया।
जिला कृषि पदाधिकारी ने कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे मे विधिवत जानकारी दी तथा किसानों को बताया कि इस बार उन्हें कोई भी समस्या नहीं होगी एवं सही समय पर बीज एवं उर्वरक मिलेगा। इसके साथ साथ उन्होंने किसानों को अपने खेती में लागत कम करने के बारे में भी विधिवत जानकारी दी।
Image: किसानों को संबोधित करते हुए वैज्ञानिकगण
परियोजना निदेशक, आत्मा श्री सुधीर कुमार ने आत्मा के द्वारा संचालित परियोजनाओ के बारे में किसानों को विधिवत जानकारी दी तथा आत्मा के द्वारा बनाए जाने वाले समूह के बारे में भी बताया।
इस मौके पर श्री पंकज कुमार सिन्हा ने धान की फसल कटाई के बाद फसल अवशेष में ही हैप्पी सीडर से गेंहू, मसूर और चना की बुआई, पोषक तत्व प्रबंधन तथा इससे होने वाले लाभों के बारे में किसानों को विधिवत जानकारी दी।
ईजीनियर रवि रंजन कुमार ने किसानों को फार्म मशीनरीकरण की विधिवत जानकारी दी। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि अब बिना मशीनीकरण, खेती संभव नही है। डॉ सुनीता कुमारी ने किसानों को मशरूम उत्पादन के साथ साथ value addition के बारे में तकनीकी जानकारी दी।
पशुपालन वैज्ञानिक डॉ आलोक भारती ने किसानों को पशु पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन आदि के बारे में विधिवत जानकारी दी जिससे किसानों को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके।
इस कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ संगीत मेहता ने केला उत्पादन की तकनीक को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि सब्जी उत्पादन, फल उत्पादन एवं इनमें लगने वाले कीट एवं रोगों से कैसे निदान पाया जाए।
कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप कुमार चौबे ने किसानों को मौसम पूर्वनुमान के बारे में विधिवत जानकारी दी। उन्होंने किसानों को अगले पाँच दिनों की मौसम का पूर्वानुमान के साथ साथ खेती की सम्पूर्ण जानकारी भी प्रदान की।
इस कार्यक्रम में किसानों के साथ परिचर्चा का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में केन्द्र के कर्मचारी श्री दिनेश कुमार, किसलय कुमार प्रभाकर, अरविन्द कुमार, राकेश कुमार, हरे राम, रूपम कुमारी, आनन्द कुमार, चन्दन कुमार, दीपक एवं लवकुश ठाकुर तथा विभिन्न विश्वविधालय से आए हुए RAWE छात्र एवं 1057 किसान एवं महिला किसान उपस्थित थे।
सभी किसानों को केन्द्र में लगे जलवायु अनुकूल खेती प्रक्षेत्र को भी दिखाया गया जिसे देख कर किसान भाई काफी उत्साहित दिखाई दिए। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन ईजीनियर रवि रंजन कुमार ने किया एवं कृशलय कुमार प्रभाकर ने सूचना प्रारौद्योगिकी का कृषि तकनीकी प्रसार कार्य में भूमिका को प्रत्यक्ष रूप से परिलक्षित किया।
Source: Aurangabad Now