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Aurangabad बाल सुधार गृह Place Of Safety में एक बालबंदी की पिटाई, वीडियो वायरल

औरंगाबाद के प्लेस ऑफ सेफ्टी में एक बाल बंदी के पिटाई का मामला सामने आया है। नीचे पढिये पूरी खबर और देखिये वायरल वीडियो

Aurangabad Now Desk

Aurangabad Now Desk

औरंगाबाद, Jan 17, 2022 (अपडेटेड Jan 17, 2022 8:42 PM बजे)

हमेशा सुर्खियों में रहने वाला औरंगाबाद सदर प्रखंड का बभंडीह स्थित बाल सुधार गृह (Place of safety) या कहें बच्चों का जेल आज फिर से चर्चा में है। इस बार एक बाल बंदी की निर्मम पिटाई से संबंधित वीडियो वायरल हुआ है जिसमें पीड़ित बाल बंदी अपने पिटाई के जख्मों को दिखाते हुए संबंधित अधिकारियों पर आरोप लगाता हुआ नज़र आ रहा है।

वीडियो वायरल होने के बाद जब मीडिया ने इसपर कड़े सवाल उठाये तो जिला प्रशासन ने गोल-मोल जवाब के साथ इस मामले में जांच की बात कही। खैर अब जिला प्रशासन इसकी सच्चाई सामने लाएगी या मामले का लीपापोती कर दिया जाएगा ये वक़्त ही बताएगा।

क्या है पूरा मामला?

औरंगाबाद जिले में एक वीडियो वायरल^ हुआ जिसे औरंगाबाद के बाल सुधार गृह (Place Of Safety) का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में बिहार के सीवान जिले के असव थाना क्षेत्र का एक बाल कैदी (नाम नहीं बता रहे हैं) अपना दुखड़ा सुनाते हुए कह रहा है कि औरंगाबाद के प्लेस ऑफ सेफ्टी में बरती जा रही अनियमितताओं और अन्य समस्याओं की शिकायत उसने न्यायाधीश से की थी। इसी शिकायत के बाद प्लेस ऑफ सेफ्टी के अधीक्षक विक्रमादित्य पाल, पीओ बैजनाथ कुमार और बीएमपी के तीन सशस्त्र जवानों ने उसकी बेरहमी से पिटाई की है। पीड़ित ने वीडियो में खुद की प्राण रक्षा के लिए सीवान जेल भेजने की भी गुहार लगाई है।


बताया जाता है कि बाल बंदी पहले आपराधिक मामले में काफी दिनों से सीवान जेल में बंद था। बाद में उसे औरंगाबाद के प्लेस ऑफ सेफ्टी भेज दिया गया और यहीं प्लेस ऑफ सेफ्टी में उसकी बेरहमी से पिटाई की गई है। वीडियो इंटरनेट पर वायरल है। आपने वो वीडियो अभी तक नहीं देखा है तो ऊपर या हमारे यूट्यूब चैनल पर भी देख सकते हैं।

प्रशासन ने क्या कहा है इस मुद्दे पर?

प्लेस ऑफ सेफ्टी को संचालित करने वाले विभाग बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक सह वरीय उप समाहर्ता सुजीत कुमार ने मामले की लीपापोती करते हुए कहा कि बाल बंदी की पिटाई नही हुई है बल्कि बंदियों ने ही आपस में झगड़ा किया है। इसी झगड़े में वह घायल हुआ है और उसे चोटें आई हैं।

उन्होंने कहा कि प्लेस ऑफ सेफ्टी प्रशासन की सख्ती से बंदियों को मनमानी करने की छूट नही मिल पा रही है। वहां के सीनियर कैदी खैनी, सिगरेट, गांजा, मोबाइल आदि प्रतिबंधित चीजों के मांग के लिए प्रभारी से बोले थे। मांग पूरा ना होने पर प्रशासन को तंग और बदनाम करने के लिए ये हमेशा किसी न किसी तरह का हंगामा मचाते रहते हैं। इसी क्रम में घटना वाले दिन कमरा संख्या 1, 2 और 3 के बंदियों ने खाना नहीं खाया और कमरा 4 के बंदियों ने डिनर कर लिया जिससे उनमें आपसी लड़ाई हो गयी और तोड़फोड़ भी हुआ। प्रारंभिक जांच के अनुसार इसी लड़ाई में  वीडियो में वायरल इस बाल बंदी को चोट लग गयी है। लड़के का इलाज सदर अस्पताल में हुआ है और फिलहाल कोई फ्रैक्चर नहीं हैं।

प्लेस ऑफ सेफ्टी में बच्चों के पास कैसे पहुंचा मोबाइल?

जैसे ही मीडिया के एक बंधु ने इस सवाल को पूछा इस पर बचते बचाते हुए उन्होंने कहा कि समय समय पर प्लेस ऑफ सेफ्टी में जांच कराई जाती है और जांच में कभी कभार आपत्तिजनक और गैर जरूरी वस्तुएं मिलती है। स्वीकार किया कि व्यवस्था में कुछ खामियां हो सकती है। इसकी पुनः जांच कराई जाएगी और कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में ये बाते निकल के सामने आईं हैं। जिलाधिकारी महोदय के निर्देश पर इसमें आगे की कारवाई की जाएगी।

अगर बाल बंदियों की आपसी लड़ाई में इस बच्चे को चोट आई है तो बाकी बच्चों को भी चोट जरूर आयी होगी। और भी कईं ऐसे पॉइंट हैं जिनपर प्रशासन को निष्पक्षता से जवाब देना चाहिए। इस मुद्दे पर आप क्या सोचते हैं नीचे पोल में जवाब दे सकते हैं।

^औरंगाबाद नाउ वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है!

पोल

औरंगाबाद के Place Of Safety में एक बाल बंदी के पिटाई का मामला सामने आया है। इस मुद्दे पर आप क्या सोचते हैं?

Place of Safety में बाल बंदियों के अधिकारों प्रति जिला प्रशासन लापरवाह है।
54%
वीडियो में वायरल बच्चा झूठ बोल रहा है। कहीं कोई पिटाई नहीं हुई है।
7%
पूरी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
39%

यह पोल समाप्त हो गया है।

Source: Aurangabad Now

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