होम
सिटीजन रिपोर्टर
सर्च
यास तूफान के गुजर जाने के बाद से मौसम में उतार चढ़ाव बना हुआ है। कभी तेज गर्मी हो रही है तो कभी भारी बारिश। इसी अनियमित वर्षा और फिर तेज धूप के कारण वातावरण में ह्यूमिडिटी (आर्द्रता) बढ़ गया है। इसके कारण पूरे जिले में उमस वाली गर्मी है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने आज अपने मौसम बुलेटिन में बताया कि कल औरंगाबाद में 36.6℃ तापमान दर्ज किया गया था जो पूरे बिहार में सर्वाधिक था। आने वाले दिनों की मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अधिकतम तापमान में 2 से 3℃ की वृद्धि हो सकती है।
जब वातावरण शुष्क होता है तो कूलर में उपलब्ध पानी वाष्पीकृत होकर तापमान में कमी लाता है। चूंकि बारिश के बाद हवा में आर्द्रता ज्यादा है जिसके कारण कूलर का पानी भी अपेक्षाकृत कम वाष्पीकृत हो रहा है। इस वजह से कूलर चलाने के बाद भी चिपचिपाहट के साथ गर्मी बढ़ रही है।
जब जब गर्मी बढ़ती है बिजली विभाग को भी जैसे लकवा मार जाता है। आज पूरे दिन बिजली का आना जाना लगा रहा। इस न्यूज को पोस्ट करते समय भी बिजली गायब थी। जिला मुख्यालय की बात करें तो बिजली की स्थिति कुछ ठीक भी है लेकिन सूदूर गॉंव-देहात में स्थिति सोचनीय है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम अभी जगह जगह कोविड वैक्सीन के लिए कैम्प लगा रही है, अब उसमें ये उमस वाली गर्मी और बिजली का आना-जाना उन्हें भी परेशान कर रहा है।
कोरोना महामारी के बीच इस बदलते मौसम में अन्य बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। उमस वाली गर्मी में स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है। अत्यधिक गर्मी से शरीर में पानी की कमी हो जाती है इसलिये खुद को हाइड्रेट रखें और पानी पीते रहें। उमस वाली गर्मी के दौरान इंफेक्शन का भी खतरा ज्यादा होता है। जीवाणु, विषाणु, फंगस आदि इस मौसम में तेजी से पनपते हैं इसी वजह से साफ सफाई का ध्यान रखें।
मानसून के आने तक गर्मी की ये स्थिति बनी रह सकती है।मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आज 3 जून को दक्षिण अरब सागर के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप तट, दक्षिण केरल, दक्षिण तमिलनाडु, कोरोलीन मालदीव के शेष हिस्सों और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है। 1 जून 2021 के सामान्य तिथि के मुकाबले आज 3 जून को केरल में स्थापित किया गया है।
Source: Aurangabad Now