होम
सिटीजन रिपोर्टर
सर्च
बिहार में गर्मी कहर ढा रही है। अभी चैत्र माह का दूसरा पखवाड़ा ही शुरू हुआ है, लेकिन गर्मी का अहसास ज्येष्ठ और वैशाख माह ही तरह है। आर्द्रता कम होने और पछुआ चलने से चेहरा झुलस जा रहा है। कहीं भी लोगों को राहत नहीं मिल रही है। पारा लगातार चढ़ता ही जा रहा है।
मंगलवार को गर्मी ने लोगों को बेचैन कर दिया। इस दिन औरंगाबाद में अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया वहीं सापेक्षिक आर्द्रता मात्रा 11% ही रही।
चिलचिलाती धूप ने आम आदमी के जीवन की रफ्तार को रोक दिया है। चिलचिलाती धूप में ऐसा महसूस हो रहा है कि आसमान से अंगारे बरस रहे हैं। दस कदम धूप में चलना भी आसान नहीं लग रहा था। हालांकि, घरों से निकलने के पहले लोग अपने स्तर से बचाव का इंतजाम कर रहे हैं। टोपी, गमछा लेना नहीं भूल रहे हैं, लेकिन उससे फायदा होता नहीं दिख रहा है।
मौसम विभाग, पटना की माने तो अगले तीन दिन पूरे बिहार के लिए भारी पड़ने वाले हैं। मौसम की मौजूदा स्थिति और संख्यात्मक विश्लेषण के अनुसार शुष्क पश्चिमी हवाओं का प्रवाह राज्य के3 अधिकांश हिस्सों में अगले 3 दिनों तक जारी रहेगा। राज्य के दक्षिणी क्षेत्र (खासकर दक्षिणी मध्य भाग) में हीट वेव (लू) की स्थिति बनने की प्रबल संभावना है।
इस अवधि में दोपहर के समय अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की संभावना है। चूंकि आने वाले दिनों में गरज या बारिश के आसार कम ही हैं अतः दिन के तापमान में और वृद्धि हो सकती है। पूर्वानुमान के अनुसार 9 अप्रैल 2022 के बाद कुछ हिस्सों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार भी जा सकता है।
मौसम विभाग की मानें तो तापमान, हवा और नमी के संयुक्त प्रभाव के कारण मानव शरीर के द्वारा महसूस किया गया तापमान रिकॉर्ड किये गए तापमान से भी अधिक हो सकता है जिससे हीट स्ट्रेस या हीट स्ट्रोक की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
गर्मियों में शरीर का हाइड्रेट होना बहुत ही जरूरी होता है। ज्यादा गर्मी की वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। बॉडी में पानी की कमी के कारण कई तरह की बीमारी जैसे - तेज बुखार, लू लगना, उल्टी-दस्त जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इसके साथ ही इम्यून सिस्टम (Immunity System) भी काफी कमजोर होता है।
बच्चे, बुजुर्ग और बीमार व्यक्ति इस मौसम में अपना खास ध्यान रखे और शरीर की हाइड्रेशन को बरकरार रखने के लिए पर्याप्त पानी या तरल का सेवन करते रहें। आप चाहें तो गर्मियों के मौसमी फल जैसे तरबूज आदि का भी सेवन कर सकते हैं। बहुत जरूरी होने पर ही धूप में घरों से बाहर निकलें और बाहर निकलते समय सफेद तौलिया, गमछी आदि से पूरे शरीर को ढंकना ना भूलें।
Source: Aurangabad Now