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औरंगाबाद सिविल कोर्ट अब हो गया डिजिटल!आसान भाषा में समझिए क्या है ई-सेवा केंद्र

औरंगाबाद व्यवहार न्यायालय में बहुप्रतीक्षित ई-सेवा केंद्र का हुआ शुभारंभ! नीचे पढ़िए पूरी ख़बर

Aurangabad Now Desk

Aurangabad Now Desk

औरंगाबाद सिटी, Nov 26, 2022 (अपडेटेड Nov 26, 2022 1:09 PM बजे)

उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति मुकेश कुमार रसिक भाई शाह ने गुरुवार की शाम में बहुप्रतीक्षित ई सेवा केन्द्र व्यवहार न्यायालय, औरंगाबाद का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये उद्घाटन किया। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति संजय करोल और न्यायमूर्ति सह निरीक्षी जज राजीव राय जी की भी गरिमामय उपस्थित रही।

इस उद्घाटन समारोह में जिला जज रजनीश कुमार श्रीवास्तव, प्रधान न्यायाधीश एम पी एम् एल ए अशोक राज, जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल, आरक्षी अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा, एडिजे अमित कुमार सिंह, ब्रजेश कुमार पाठक, रत्नेश्वर कुमार सिंह, धनंजय कुमार सिंह, नीतीश कुमार, सहित सभी न्यायिक पदाधिकारी, जिला विधिक संघ औरंगाबाद के अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह महासचिव नागेंद्र सिंह, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह सहित अन्य भी उपस्थित थे।

आसान भाषा में समझिए क्या है ई-सेवा केंद्र?

पैनल अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि ई सेवा केन्द्र आम आदमी और उसके न्याय के अधिकार के महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करती है। इसके जरिये

  • वादकारियों और अधिवक्ताओ को वादों के स्थिति,
  • सुनवाई अगली तिथि,
  • ई कोर्ट सर्विस मोबाइल ऐप से सम्बंधित जानकारी,
  • न्यायाधीशो की छुट्टी,
  • वाद में आदेश और निर्णय की जानकारी

सहित अन्य सहायता भी मिलेगी। ई सेवा केन्द्र में तीन काउंटर और सहायता केंद्र में एक काउंटर बनाए गए हैं।

इसके अलावा अधिवक्ताओं और जनता को यह भी जानकारी मिलेगी कि 

  • आप ऑनलाईन ई-फाइलिंग कैसे करेंगे,
  • न्यायालय शुल्क कैसे जमा करेंगे,
  • प्रमाणित प्रतिलिपि की ऑनलाइन प्राप्ति के आवेदन कैसे करेंगे,
  • निशुल्क विधिक सहायता प्राप्त करने की क्या प्रकिया है,
  • ई मेल और व्हाट्स से न्यायिक आदेशों और निर्णयों की प्रतिलिपि कैसे प्राप्त करना है। आदि

क्या है ई-सेवा केंद्र का उद्देश्य?

केंद्र का उद्देश्य तकनीक के माध्यम से न्यायिक प्रक्रियाओं के निपटारा पर जोर देना है तथा बसमाज के निचले स्तर तक के व्यक्तियों तक न्याय की पहुंच सुनिश्चित कराना है।

प्रयास करना है कि सरल तरीके से लोगों को न्याय सुलभ हो सके और बड़े पैमाने पर लम्बित मामलों को तकनीक के माध्यम से जल्द न्यायिक प्रक्रिया से निपटारे पर जोर देना है।

ई सेवा केन्द्र के माध्यम से सुदुर ग्रामीण इलाकों में भी बैठे लोग अपने मुकदमा की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

ई सेवा केन्द्र वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अदालत की सुनवाई की व्यवस्था करने और अधिवक्ता के माध्यम से ऑनलाइन आयोजित करने में भी मदद करता है।

ई-सेवा केंद्र शुरू होने के बाद तेज और पारदर्शी हो जाएगी न्यायिक प्रकिया

वर्चुअल अदालतों में वादों का तेजी से निष्पादन किया जा सकता है। 

  • इसके माध्यम से ई हस्ताक्षर, ई स्टंप पेपर, ई पेमेंट की सुविधा मिलेगी।
  • यह आधार आधारित डिजिटल हस्ताक्षर के लिए आवेदन करने और प्राप्त करने में सहायक है।
  • जेल में परिजनों से मुलाकात के लिए ई मीटिंग की बुकिंग में सहायक है।
  • आधुनिक डिजिटल सेवाओं के लाभ उठाने से वादियों और अधिवक्ताओ को मैन्युअल फाइलिंग के तुलना में बहुत आसानी से अपने मामले की दर्ज करने में मदद मिलेगी।
  • न्यायालय में वादों के सुनवाई के दौरान जो अगले तिथि के जानकारी लेने के लिए, निर्णय जानने के लिए जो भीड़ लगी रहती थी उसमें कमी आएगी और बड़ी संख्या में अधिवक्ता और मुवक्किल ई सेवा केन्द्र के लाभ लेंगे।

Source: Aurangabad Now

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