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कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा दी जा रही विस्तृत तकनीकी जानकारियों से किसान कर सकते हैं अपनी आय दोगुनी

Aurangabad Now Desk

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सिरिस, औरंगाबाद, Dec 04, 2021 (अपडेटेड Dec 04, 2021 1:34 AM बजे)

शुक्रवार (3 दिसंबर 2021) को श्री सौरभ जोरवाल, जिलाधिकारी, औरंगाबाद एवं श्री रणवीर सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी ने कृषि विज्ञान केन्द्र, सिरिस औरंगाबाद का भ्रमण किया। केंद्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ नित्यानन्द ने केंद्र में आए हुए जिलाधिकारी एवं जिला कृषि पदाधिकारी का स्वागत किया एवं कृषि विज्ञान केन्द्र में चल रहे विभिन्न गतिविधियों एवं परियोजनाओं के बारे में विधिवत जानकारी दिया।

जिलाधिकारी एवं जिला कृषि पदाधिकारी ने कृषि विज्ञान केन्द्र में जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के अंतर्गत गेंहू, मसूर, चना, राई, आदि की विभिन्न 10 प्रजातियों का अवलोकन किया। केंद्र में उन्हें फसल अवशेष प्रबंधन में प्रयोग होने वाले मशीनों जैसे स्ट्रा बेलर, हैप्पी सीडर, राइस व्हीट ट्रांसप्लांटर आदि के विशेष गुणों के बारे जानकारी दी गई।

जिलाधिकारी एवं जिला कृषि पदाधिकारी ने केंद्र में स्थापित मौसम यूनिट, वर्मीकम्पोस्ट, औषधीय एवं सुगंधित पौध वाटिका, बकरी पालन यूनिट, कड़कनाथ मुर्गी उत्पादन यूनिट, बायोचार यूनिट एवं प्रशासनिक भवन आदि का भ्रमण किया।

समझिए बायोचार यूनिट का A B C D...

जलवायु अनुकूल खेती कार्यक्रम के अन्तर्गत बायोचार यूनिट का निर्माण हुआ है जिसमें फसल अवशेष को ऑक्सीजन की अनुपस्थिति मे जलाकर उच्च कोटी के बायोचार उत्पाद का उत्पादन किया जा सकता है।

धान के 1 टन पराली से 6.2 किलोग्राम नाइट्रोजन, 1.1 किलोग्राम फॉसफोरस, 19 किलोग्राम पोटाश, 1.35 किलोग्राम सल्फर पाया जाता है। बायोचार विधि से 1 टन बायोचार उत्पाद से 5-6 किलोग्राम नाइट्रोजन, 1.6-2.2 किलोग्राम फॉसफोरस, 28-32 किलोग्राम पोटाश के साथ साथ सूक्ष्म पोषक तत्व भी प्राप्त होता है जिसके इस्तेमाल से मृदा के स्वास्थ्य में सुधार होता है और फसलों की उत्पादकता में वृद्धि होती है।

DM ने किया 5 दिवसीय गाय पालन एवं वर्मी कंपोस्ट प्रशिक्षण का उद्घाटन

केन्द्र में उद्यमिता विकास हेतु 5 दिवसीय गाय पालन एवं केंचुआ खाद उत्पादन विषय पर आयोजित प्रशिक्षण का उद्घाटन भी जिलाधिकारी के द्वारा किया गया। कृषकों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने स्वरोजगार से स्वावलंबन की ओर अग्रसर होने का सलाह दिया। साथ ही चना समूह प्रत्यक्षण के लिए चयनित किसानों को बीज एवं बीजोपचार समाग्री का वितरण जिलाधिकारी महोदय के करकमलों द्वारा किया गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र, सिरिस के द्वारा विस्तृत तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है जिससे किसान अपनी कृषि उत्पादन में वृद्धि करके अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं। किन्तु जब तक कृषक जागरूक नही होंगे तबतक आमदनी दोगुनी करने का लक्ष्य पूरा नही हो सकता है।

जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने आये हुए RAWE छात्रों से केंद्र में सीखी गई तकनीकी जानकारी के बारे में भी पूछा। उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र, सिरिस के द्वारा किए जा रहे कार्यों सराहना किया। इस मौके पर केन्द्र के सभी वैज्ञानिक एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

Source: Aurangabad Now

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