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सिटीजन रिपोर्टर
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हमनें 7 नवंबर को आपके इस औरंगाबाद नाउ पोर्टल पर एक ख़बर प्रकाशित की थी जिसमें आपको बताया था कि कैसे औरंगाबाद की सड़कों पर चलना अब सुरक्षित नहीं रह गया है। उस घटना को बीते हुए अभी 16 दिन भी नहीं हुए हैं कि दूसरी वैसी ही घटना सामने आ गयी।
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ख़बर ये है कि औरंगाबाद के बारुण थाना क्षेत्र में रेलवे ओवरब्रिज के पास तीन की संख्या में आये अज्ञात अपराधियों ने बंदूक के दम पर बाइक लूट को अंजाम दिया है। लूट का अंदाज बिल्कुल वही जो 7 नवंबर को हुआ था - तीन की संख्या में अपराधी, बंदूक से फायरिंग और वही सड़क NH-19। फर्क सिर्फ इतना है कि पिछली बार पीड़ित की बहादुरी से अपराधी बाइक छिनने में कामयाब नहीं हो पाए थे और इस बार बाइक के साथ फरार हैं।
बारुण थाना क्षेत्र के रेलवे क्रॉसिंग पुल के समीप अज्ञात अपराधियो ने बाइक छिनने के नियत से दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना में बाइक सवार युवक गम्भीर रूप से घायल हो गया। युवक को दो गोली सिर और पैर में लगी है।
Image: अस्पताल में पीड़ित युवक (फोटो क्रेडिट- एमा टाइम्स)
मिली जानकारी के अनुसार युवक की पहचान औरंगाबाद जिले के नवीनगर के बेलाई गांव के मुकुंद कुमार के रूप में हुई है। घटना के बाद मुकुंद का प्राथमिक इलाज़ बारुण के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC Barun) में कराया गया।
घायल मुकुंद कुमार ने बताया कि वह औरंगाबाद से डेहरी की ओर जा रहा था। जैसे ही वह रेलवे ओवरब्रिज के पास पहुंचा अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जिससे उसके पैर में गोली लग गयी। वही गाड़ी रुकने के बाद मुकुंद से अपराधियो ने बाइक छीनी और विरोध करने पर उसके माथे पर गोली चला दी। इसके बाद अपराधी अपाची बाइक लेकर फरार हो गये गए।
घटना के संबंध में थानाध्यक्ष धनंजय शर्मा ने बताया कि मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर अपराधी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
Image: बारुण CHC में नवीनगर के विधायक डब्ल्यू सिंह
घायल युवक को देखने पहुंचे नवीनगर के राजद विधायक डब्ल्यू सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुये कहा कि आज जिला पूरी तरह से असुरक्षित है। क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसकी जिम्मेवारी पूरी तरह से बिहार सरकार को है। उन्होंने यह भी बताया कि जिस लड़के को रोजगार मिलना चाहिये था। उसे आज सरकार ने आज हथियार उठाने पर मजबूर कर दिया है।
जब जब जिले में कोई आपराधिक वारदात होती है तब तब ये पता चलता है कि अपराधियों ने बंदूक या अवैध हथियार के दम पर क्राइम को अंजाम दिया। हमने हमेशा प्रशासन से ये सवाल किया है कि अपराधियों तक ये अवैध हथियार कैसे पहुंच रहे हैं? हालांकि औरंगाबाद पुलिस ने विगत कुछ दिनों पहले ही औरंगाबाद में अवैध हथियार फैक्ट्री का उद्भेदन किया था।
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चाहे चित्रगुप्त नगर मर्डर केस हो या 6 और 7 नवंबर का वारदात, सभी में बंदूक के दम पर अपराधियों ने पुलिस-प्रशासन को ठेंगा दिखाया है।
औरंगाबाद नाउ (Aurangabad Now) जिला प्रशासन से उम्मीद रखती है कि पुलिस इन अवैध हथियारों के नेक्सस को जल्द से जल्द नाकाम करेगी ताकि जिले में इस तरह की बढ़ रही आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लग सके और लोगों का प्रशासन पर भरोसा और मजबूत हो सके।
Source: Aurangabad Now