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सिटीजन रिपोर्टर
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औरंगाबाद: भारतीय इंजीनियरों ने एक बार फिर से इंजीनियरिंग मार्वेल का एक अनोखा मिसाल पेश किया है। आधुनिक डिज़ाइन और उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल कर बनी NH-19 (जीटी रोड) का 8 लेन वाला नवनिर्मित रोड-ओवरब्रिज (Barun Railway 8 Lane Road Overbridge) पर वाहनों का परिचालन पिछले मंगलवार से शुरू हो गया है। बिहार के औरंगाबाद जिले के बारूण के निकट नवनिर्मित यह ब्रिज संभवतः देश का जीटी रोड पर 8 लेन का पहला रोड ओवरब्रिज है।
एक स्थानीय न्यूज चैनल से बात करते हुए पुल निर्माण कंपनी के परियोजना प्रबंधक (Project Manager) श्री सुधीर सिंह ने बताया कि इस रोड ओवर ब्रिज के निर्माण पर 150 करोड़ रुपए की लागत आई है। इस पुल के निर्माण की खासियत यह है कि इसमें सभी भारत निर्मित स्टील का प्रयोग किया गया है जिससे विदेशी मुद्रा की भी बचत हुई है। इस ब्रिज के निर्माण में करीब 1000 टन स्टील की खपत की गई है।
गौरतलब है कि इस पुल के नीचे से पहले रेलवे की केवल 3 लाइनें ही गुजरती थी लेकिन अब 8 लेन हो जाने के बाद इस पुल के नीचे से रेलवे की पांच लाइनों से रेलगाड़ियां गुजरेंगी। नवीनगर गढ़वा के रास्ते रांची को जाने वाली यह रेल लाइन कोयले तथा अन्य खनिज पदार्थों के रेल ढुलाई के मामले में अति महत्वपूर्ण है और इससे रेलवे को प्रतिवर्ष 500 करोड़ रुपए से अधिक की आय होती है।
इस पुल के निर्माण से पहले इसमें सिर्फ चार लेन की ही सड़क थी जिससे अक्सर जाम जैसी स्थिति भी महसूस की जाती रही थी। अब इस ब्रिज के बन जाने के बाद से इससे एक साथ आठ (चार लेन आने की चार लेन जाने की) बड़ी गाड़ियां गुजर सकती हैं। देश के व्यस्ततम ग्रैंड ट्रंक रोड पर इस आठ लेन के रोड ओवर ब्रिज के बन जाने से दिल्ली से कोलकाता तक सड़क मार्ग के जरिए सामानों की ढुलाई के साथ-साथ वाहनों का परिचालन काफी आसान हो जाएगा।
Source: Emaa Times