होम
सिटीजन रिपोर्टर
सर्च
औरंगाबाद पुलिस आजकल एक्शन मोड में दिखाई दे रही है। पड़ोसी राज्यों से तस्करी के जरिये जिले में लायी जा रही अवैध शराब पर लगातार छापेमारी की जा रही है।
आपको यह जानकर हैरानी होगा कि औरंगाबाद पुलिस के द्वारा सिर्फ 1 सप्ताह में ही पूरे जिले में लगभग 13 हजार 600 लीटर अवैध शराब को जब्त किया गया है (यह डाटा मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर तय किया गया है, वास्तविक डाटा और अधिक हो सकता है)। पुलिस के द्वारा ताबड़तोड़ किये जा रहे रेड और जांच की वजह से शराब माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
औरंगाबाद जिला का बॉर्डर झारखंड (झारखंड में शराबबंदी नहीं है) की सीमा से सटा से हुआ है जिसकी वजह से अक्सर यहां शराब माफिया दारू की तस्करी करते हैं।
इसके अलावा हमारी जांबाज औरंगाबाद पुलिस ने अन्य जगहों से भी शराब की तस्करी करते हुए कईं लोगों को पकड़ा है जिसका जिक्र मीडिया रिपोर्ट्स में नहीं किया गया है।
बिहार मद्यनिषेध और उत्पाद (संशोधन) अधिनियम, 2018 के तहत पूरे बिहार राज्य में किसी मादक द्रव्य, शराब या भांग का विनिर्माण, उसका क्रय, विक्रय, वितरण, संग्रहण, भंडारण, बोतलबंद, आयात, निर्यात, परिवहन, खेती आदि पर रोग लगाई गई है। पहली बार पकड़े जाने पर 5 साल कारावास और 1 लाख का जुर्माना और दूसरी बार पकड़े जाने पर 10 साल की जेल और 5 लाख रुपये तक का जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इतने कड़े कानून के बावजूद भी बिहार में शराब का कारोबार धड़ल्ले से जारी है।
इतनी मात्रा में शराब बरामद होने और कड़े कानून के बाद भी लोग तस्करी से बाज नहीं आ रहे। यहाँ कुछ शराब दूसरे राज्यों के बॉर्डर से और कुछ अवैध विनिर्माण फैक्ट्रियों से लाया जाता है। अगर पुलिस और सघनता से जांच कर तो इनके नेटवर्क का भंडाफोड़ हो सकता है।
आपको ये खबर कैसा लगा? इससे संबंधित विचार, सुझाव या शिकायत आप नीचे कमेंट बॉक्स या हमारे सोशल मीडिया पेज पर दे सकते हैं।
Source: Aurangabad Now