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जिले में पिछले दिनों हुई बारिश के बाद और कुछ फ़ायदा हुआ हो या ना हुआ हो लेकिन हवा की सेहत में तो सुधार हो गया है। 27 दिसंबर से पहले जहाँ जिले का Air Quality Index (AQI) अपने ख़तरनाक स्तर पर था वहीं बारिश होने के बाद ये Satisfactory लेवल पर आ गया। बारिश की वजह से हवा में मौजूद धूलकण पानी की बूंदों के साथ नीचे बैठ जाते हैं जिससे हवा की गुणवत्ता में सुधार हो जाता है।
सोर्स: प्लूम लैब्स
गुरुवार को औरंगाबाद की हवा के एयर क्वालिटी इंडेक्स को पीला सिग्नल मिला था। एयर क्वालिटी इंडेक्स वैल्यू 50 तक होने पर इसे अच्छा माना जाता है। इस स्तर तक हवा में धूलकण, कार्बन डाई ऑक्साइड, कार्बन मोनो ऑक्साइड, सल्फर डाईऑक्साइड जैसे प्रदूषक तत्वों की मात्रा काफी कम होती है।
जैसे-जैसे हवा में इन तत्वों की मात्रा बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे हवा की गुणवत्ता खराब होती जाती है। हरे रंग तक इसे स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है। इसके बाद प्रदूषण की मात्रा बढ़ने के साथ ही एयर क्वालिटी इंडेक्स वैल्यू बदलता जाता है। दिवाली के बाद से ही औरंगाबाद की एयर क्वालिटी इंडेक्स वैल्यू रेड जोन में जा पहुंची थी। वहीं, यह अब बेहतर होकर 74 हो गई है। हालांकि आज फिर से हवा की क्वालिटी गिरकर 127 तक चली गयी है जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है।
Air Quality Index (AQI) या वायु गुणवत्ता सूचकांक, यह दरअसल एक नंबर होता है जिसके जरिए हवा की गुणवत्ता पता लगाया जाता है।
हर देश का Air Quality Index वहां मिलने वाले प्रदूषण कारकों के आधार पर अलग अलग होता है। भारत में AQI को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने लॉन्च किया था। इसे एक संख्या, एक रंग, एक विवरण के आधार पर लॉन्च किया गया था। दरअसल देश में अभी बहुत बड़ी आबादी है जो शिक्षित नहीं है, इस लिए उन्हें प्रदूषण की गंभीरता को समझाने के लिए इसमें रंगों को भी शामिल किया गया है।
AQI को इसकी रीडिंग के आधार पर छह कैटेगरी में बांटा गया है-
भारत में एक्यूआई आठ प्रदूषण कारकों (PM10, PM 2.5, NO2, SO2, CO2, O3, NH3 और Pb) के आधार पर तय होती है। पिछले 24 घंटे में इन कारकों मात्रा के आधार पर हवा की गुणवत्ता को बताता है। इसके लिए किसी भी शहर के अलग अलग जगहों पर इसका मॉनिटर मशीन लगाया जाता है। इसकी रीडिंग के आधार पर लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिशा निर्देश भी जारी किए जाते हैं।
Image: Air Quality Index (India)
पिछले कुछ वर्षों से तुलना करें तो औरंगाबाद की हवा ज्यादा जहरीली हुई है। इसके पीछे कईं कारण हो सकते हैं जो रिसर्च का विषय है। लेकिन कुछ आम कारणों की बात करें तो वो ये हो सकते हैं-
क्या औरंगाबाद में सीमेंट फैक्ट्री की वजह से हवा प्रदूषित हुई है?
यह पोल समाप्त हो गया है।
Source: Aurangabad Now